कुछ ही दिनों में मई का महीना शुरू होने वाला है. इस दौरान कई राशियों की किस्मत बदलने वाली है. क्योंकि देवगुरु बृहस्पति, जो ग्रहों के देवता माने जाते हैं वह अपनी राशि परिवर्तन करने वाले हैं. जब भी ग्रहों के देवता गुरु अपनी राशि परिवर्तन करते हैं तो राशियों के ऊपर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अचानक बुरा समय अच्छाई में बदल जाता है. बिगड़ा हुआ कार्य पूर्ण हो जाता है. तो आइये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि ग्रहों के देवता कितने साल के बाद अपना राशि परिवर्तन करने वाले हैं और किन राशियों के ऊपर सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है?

देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि मई महीने की शुरुआत होने से पहले ग्रहों के देवता राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. गुरु ग्रह 12 महीने में राशि परिवर्तन करते हैं. इसलिए 12 साल के बाद वृषभ राशि में 29 अप्रैल को प्रवेश करने वाले हैं. 12 साल के बाद कई राशियों के सुख और सौभाग्य में समृद्धि आने वाली है. देवगुरु बृहस्पति की अच्छी दृष्टि पड़ने के कारण भाग्य चमकने वाला है. वह तीन राशि जिनके ऊपर सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है वह हैं वृषभ, वृश्चिक और मकर.

वृषभ: देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में ही गोचर करने वाले हैं. 12 साल के बाद वृषभ राशि का भाग्य चमकने वाला है. आर्थिक स्थिति बदलने वाली है. भाग्य साथ रहने के कारण हर कार्य में सफलता मिलेगी,  जो छात्र प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. उनके लिए सफलता का भी योग बन रहा है. बिगड़ा हुआ रिश्ता मधुर होने वाला है. अविवाहित लोगों का विवाह तय होने वाला है.


वृश्चिक: इस राशि जातक वालों पर गुरु ग्रह के राशि परिवर्तन करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है. वाहन, भूमि, भवन इत्यादि खरीदने का भी योग बन रहा है. बहुत साल से अगर नौकरी में प्रमोशन अटका हुआ है तो वह पूर्ण होने वाला है. सैलरी में भी बढ़ोतरी होने वाली है. रुका हुआ व्यापार चल पड़ेगा. अटका हुआ धन प्राप्त हो सकता है.


मकर: गुरु ग्रह के राशि परिवर्तन करने से मकर राशि जातक वालों के लिए सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है. अविवाहित लोगों का विवाह तय हो सकता है.घर में खुशी का माहौल रहने वाला है.नहीं व्यापार की शुरुआत करना चाहते हैं तो निश्चित 29 अप्रैल के बाद शुरुआत कर सकते हैं फायदा ही होगा. आर्थिक उन्नति होने वाली है. निःसंतान दंपति को संतान की प्राप्ति का योग बनेगा.