एमपी में सैकड़ों साल पुराने ऐतिहासिक स्थल और मंदिर मौजूद हैं. इन मंदिरों की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं. प्रदेश के बुरहानपुर जिले के इच्छापुर में पहाड़ी पर भी एक अनोखा मंदिर है, यह इच्छा देवी माता का मंदिर है. इस मंदिर में अनोखे तरीके से लोग मन्नत मांगने आते हैं.यहां आने वाले भक्त नीम की पत्तियों को साड़ीनुमा बनावट देते हैं और फिर उसे अपने शरीर पर लपेटकर मंदिर में मन्नत मांगने पहुंचते हैं. भक्तों का दावा है कि ऐसा करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. इस मंदिर में तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है. मेले में चार राज्यों से भक्त दर्शन—पूजन के लिए आते हैं.

करीब 500 साल पुरानी है परंपरा
मंदिर समिति के उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी ने लोकल 18 को बताया कि इच्छा देवी माता का मंदिर करीब 500 साल पुराना है. चैत्र त्रयोदशी से तीन दिवसीय मेले की शुरुआत होती है. मेले में नीम साड़ी पहनकर भक्त मन्नत पूरी करने के लिए आते हैं. जो भी भक्त मन्नत मांगने के लिए आता है यदि उसकी मन्नत पूरी हो जाती है तो वह नीम साड़ी पहनकर माता के दर्शन करने के लिए जाता है. भक्त नीम के पत्तों को अपनी कमर पर चारों ओर लपेटते हैं और सिर को पत्तियों से ढंकते हैं. इसके बाद माता के दरबार में जाकर दर्शन करते हैं. इस मंदिर में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के भक्त यहां पर दर्शन पूजन करने के लिए और मन्नत उतारने के लिए आते हैं.

सभी पहनते हैं नीम की साड़ी
मेले में बच्चे, महिला, पुरुष सभी नीम की साड़ी पहनकर गाजे बाजे के साथ माता के दरबार तक पहुंचाते हैं. यह परंपरा करीब 500 वर्षों से चली आ रही है. यहां पर शादी, ब्याह, नौकरी, व्यापार, बच्चों के लिए मन्नत मांगी जाती है.